【Pavagad】

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मालूम है ना माँ आपको की मुझसे अब सीढ़िया चढी नही जाती, फिर भी माँ आपने पहाड़ो पे आशियाना बना रखा है 😍❤️😍❤️😘😘❤️😍😘😘

Friday, 1 March 2024

हल्दी,गारा,बेसन मुल्तानी मिट्टी सब एक तरफ,उनके चेहरे का वो निखार एक तरफ, 😇😎😎😎

क्या ही कहूं उनके दीदार को,
क्या ही कहूं अपने यार को,
क्या ही कहूं अपने प्यार को,
बस इतना कहूंगा की,,,

हल्दी,गारा,बेसन मुल्तानी मिट्टी सब एक तरफ,
उनके चेहरे का वो निखार एक तरफ,

फूल,कलिया,बाग बगीचे सब एक तरफ,
उनके होठों का मखमली होना एक तरफ,

गीत कविता गजले सब एक तरफ,
उनकी प्यारी आवाज का मधुर शोर एक तरफ,,

नदी, सागर, तालाब सब एक तरफ,
उनकी आंखों की वो गहराई एक तरफ,,

प्यार,आशिकी,दीवानगी सब एक तरफ,
उनकी मांग मैं सजा मेरे प्यार का सिंदूर एक तरफ,
एक तरफ उनकी खनकती पायल, मेरे नाम का मंगलसूत्र एक तरफ,

चाँदी सोना एक तरफ़ उनका होना एक तरफ़
एक तरफ़ उनकी काजल सी सनी आँखें ओर जादू टोना एक तरफ़,,,,,❤️❤️😬😬😬😬😬😇😇😅😅😎😎😎